यूपी बोर्ड : मोबाइल से नकल की मॉनीटरिंग पर लगी रोक
यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल रोकने के लिए मोबाइल से मॉनीटरिंग पर शासन ने रोक लगा दी है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव राजेश कुमार ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे पत्र में मोबाइल से मॉनीटरिंग को अनधिकृत बताया है और इसे तत्काल रोकने को कहा है।
विशेष सचिव का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे से नकल की मॉनीटरिंग के लिए जिला और राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। शासन के संज्ञान में आया है कि स्कूलों के प्रबंधक व प्रधानाचार्य अपने स्कूल की मॉनीटरिंग मोबाइल से भी कर रहे हैं, जो कि अनधिकृत है। अधिक संख्या में देखे जाने के कारण जिला और राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम में मॉनीटरिंग में बाधा आ रही है। उन्होंने मोबाइल से हो रही मॉनीटरिंग तत्काल रुकवाते हुए इस निर्देश का अनुपालन प्रमाण पत्र राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम को ई-मेल से भेजने को कहा है।
जिले में 6453 परीक्षार्थियों ने छोड़ी परीक्षा
यूपी बोर्ड परीक्षा में गुरुवार को दोनो पालियों को मिलाकर 6453 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। गुरुवार को पहली पाली में हाईस्कूल गृह विज्ञान तथा इंटर चित्रकला एवं रंजनकला की परीक्षा थी। हाईस्कूल में जिले में पंजीकृत 28305 छात्राओं में से 932 ने परीक्षा छोड़ दी। इंटर चित्रकला और रंजन कला में 8757 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 67 छात्रों और 156 छात्राओं यानी 223 ने परीक्षा छोड़ी। इस प्रकार पहली पाली में कुल 1155 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ी। वहीं, दूसरी पाली में इंटर भौतिक विज्ञान, भूगोल, लेखाशास्त्र और वहीखाता विषय की परीक्षा थी। जिले में कुल पंजीकृत 73155 परीक्षार्थियों में से 4265 छात्रों और 1033 छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी। इस प्रकार दूसरी पाली में 5298 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
कॉलेजों में 29 तक शिक्षणकार्य स्थगित
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जिले के जिन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, वहां 29 फरवरी तक शिक्षण कार्य स्थगित कर दिया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी प्रधानाचार्यों को भेजे पत्र में कहा है कि 29 फरवरी तक यूपी बोर्ड की महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं हैं इसलिए परीक्षा केंद्र से वंचित सभी विद्यालयों में शिक्षण कार्य स्थगित रहेगा। उन्होंने ऐसे विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से कहा है कि उनके विद्यालय के जितने शिक्षकों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त वाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं कक्ष निरीक्षक के रूप में लगाई गई है, उन्हें तत्काल कार्य मुक्त कर दें। ऐसा न करने पर अगर किसी परीक्षा केंद्र पर परीक्षा प्रभावित हुई तो इसके लिए संबंधित प्रधानाचार्य को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीआईओएस ने केंद्र व्यवस्थापकों से भी कहा है कि उनके विद्यालय के जिन शिक्षकों की परीक्षा ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त कर दिया जाए।