12 शहरों में होगी एमएमएमयूटी की प्रवेश परीक्षा
एमएमएमयूटी में पीएचडी को छोड़ कर सभी प्रवेश परीक्षाएं 9 मई को यूपी व उत्तराखंड के 12 शहरों में होंगी। बीटेक, बीटेक लेटेरल इंट्री, बीबीए, एमटेक, एमसीए, एमबीए व एमएससी भौतिकी, गणित व रसायन की प्रवेश परीक्षाओं के लिए कुलपति प्रो. एसएन सिंह ने सभी 12 शहरों की जानकारी दी। बताया कि उत्तराखंड के देहरादून के अलावा इस साल की प्रवेश परीक्षा अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली, झांसी, आगरा, गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, मेरठ तथा नोएडा ग्रेटर, नोएडा या गाजियाबाद में से किसी एक शहर में होगी।
एमईटी (मालवीय इंट्रेंस टेस्ट) की विधिवत जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. सिंह ने सोमवार को बताया कि बीटेक की कुल 900 सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। इसके अलावा दस फीसदी यानी 90 सीटें जेईई से भरी जाएंगी। आवेदन के लिए 12 वीं की परीक्षा में न्यूनतम 55 फीसदी लाना अनिवार्य होगा तथा पीसीएम यानी फिजिक्स केमिस्ट्री व मैथ्स के अंकों का जोड़ 60 फीसदी या अधिक होना चाहिए। बीबीए की प्रवेश परीक्षा के लिए इंटर में अंग्रेजी विषय होना अनिवार्य है। अभ्यर्थी गणित, बायो, आर्ट्स या कॉमर्स किसी ग्रुप का अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है। एमएससी, एमबीए व एमसीए के लिए स्नातक में 55 फीसदी या अधिक अंक लाना अनिवार्य है।
ऑनलाइन आवेदन ही होंगे स्वीकार : इस बार केवल ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार होंगे। प्रवेश पत्र परीक्षा से पहले वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे। परीक्षा में वही कॉपी लेकर आना है। परीक्षा केन्द्र पर मूल प्रवेश पत्र दिया जाएगा। उसे प्रवेश होने तक संभाल कर रखना होगा। पीएचडी के लिए भी आवेदन इसी के साथ करना होगा। प्रवेश परीक्षा के लिए सभी आवेदनों की अंतिम तिथि 31 मार्च शाम पांच बजे तक निर्धारित है। पीएचडी रेगुलर व पार्ट टाइम दोनों के लिए प्रवेश परीक्षा एक जुलाई को एमएमएमयूटी में होगी। उसी दिन रिजल्ट आ जाएगा। अगले दिन साक्षात्कार के बाद प्रवेशार्थियों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी।
कन्फर्मेशन लेटर नहीं भेजना है : कुलपति ने बताया कि पहले प्रवेश परीक्षा का आवेदन करने के बाद अभ्यर्थियों को एक कन्फर्मेशन लेटर डाउनलोड कर उसकी कॉपी एमएमएमयूटी को डाक से भेजनी होती थी। अब कन्फर्मेशन लेटर डाउनलोड तो करना है मगर उसे विवि को नहीं भेजना है। उसे अभ्यर्थी खुद काउंसलिंग तक संभाल कर रखेगा। इससे अभ्यर्थियों का डाक खर्च बचेगा।
पहली बार दिया ग्रेस से पास अभ्यर्थियों को मौका
बीटेक की प्रवेश परीक्षा के लिए इस बार विवि प्रशासन ने नियमों को शिथिल कर ग्रेस से पास अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने का मौका दिया है ताकि मेधावी बच्चों को इससे वंचित न पड़े। इनके लिए भी शर्त यह है इंटर में 55 फीसदी से कम अंक न हों और पीसीएम में 60 फीसदी से कम अंक न हों। पहले के अनुभव के आधार पर यह निर्णय लिया गया है। ग्रेस से पास बच्चे प्रवेश परीक्षा की मेरिट में आने के बाद भी वंचित रह जाते थे।
एमटेक में पहले गेट क्वालिफाईड का होगा प्रवेश
कुलपति ने बताया कि गेट (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) क्वालिफाई करने वाले विद्यार्थियों को विवि में सीधे काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा। उन्हें एमईटी देने की जरूरत नहीं है। पहले इनसे सीटें भरी जाएंगी। बाद में सीटें बचने पर एमईटी से प्रवेश लिए जाएंगे। पहले भी गेट क्वालिफाई करने वालों को 70 फीसदी का वेटेज दिया जाता था। प्रवेश परीक्षा से केवल 30 फीसदी ही अंक जोड़े जाते थे। अब उन्हें सीधे प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है।
एमटेक में इस साल से दो हजार की छात्रवृत्ति
कुलपति ने बताया कि एमटेक के सभी 12 ब्रांच के विद्यार्थियों को इस साल से एमएमएमयूटी ने दो हजार रुपये प्रति माह अपने पास से छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया है। यह छात्रवृत्ति उन्हीं छात्रों को मिलेगी जिन्हें किसी अन्य मद से कोई छात्रवृत्ति नहीं मिलती है। गेट क्वालिफाई करने वालों को पहले से 2 हजार रुपये छात्रवृत्ति सरकार की ओर से देने की व्यवस्था है।